शरद पूर्णिमा / आज चांद की किरणें बरसाएंगी अमृत पार्वती संग नौका विहार करेंगे बटेश्वर


भोपाल। आज शरद पूर्णिमा है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा और मंगल के आपस में दृष्टि संबंध होने से शुभ योग बन रहा है। इस योग को महालक्ष्मी योग भी कहा जाता है। पं. प्रहलाद पंडया के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग में पूर्णिमा को अच्छा माना गया है। आज दीपदान करना चाहिए।


बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति एवं ट्रस्ट रविवार को बाबा बटेश्वर एवं मां पार्वती को शीतलदास की बगिया से बड़े तालाब में नौका विहार कराया जाएगा। शाम सात बजे बाबा बटेश्वर को दूल्हे के रूप में सजाकर मां भवानी मंदिर लाया जाएगा। यहां शिव-पार्वती को फूलों से सुसज्जित नाव में विराजमान कर रात 9 बजे महाआरती कर नौका विहार करवाया जाएगा।


पिलाई जाएगी औषधियुक्त खीर : श्रीअखंड आयुर्वेद भवन महोबा द्वारा नि:शुल्क शरद शिविर शाम छह बजे से दशहरा मैदान अयोध्यानगर में आयोजित किया जाएगा। इसमें श्वास और दमा रोगियों को नाड़ी परीक्षण कर औषधि दी जाएगी। वैद्य पं. चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि दवा का सेवन ब्रह्म मुहूर्त में 4.18 बजे कराया जाएगा। इस कार्यक्रम में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इधर, गुर्जर गौड़ ब्राह्मण सभा का शरद पूर्णिमा महोत्सव रविवार को तुलसी नगर स्थित गौतम भवन में शाम 6 बजे शुरू होगा। सभा के अध्यक्ष डॉ. उदयेश्वर शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान गरबा, नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी और प्रसादी का वितरण होगा। उन्होंने समाज के लोगों से कार्यक्रम में भागीदारी की अपील की है।


छत पर खीर रखने का वैज्ञानिक तथ्य
पूर्णिमा की रात छत पर खीर रखने के पीछे वैज्ञानिक तथ्य भी छिपा है। दरअसल दूध में लैक्टिक नाम का एक अम्ल होता है। यह एक ऐसा तत्व होता है, जो चंद्रमा की किरणों से अधिक मात्रा में शक्ति का शोषण करता है। वहीं चावल में स्टार्च होने के कारण यह प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस खीर का सेवन सेहत के लिए महत्वपूर्ण बताया जाता है।